आयेज बढ़ो मेरे प्रियो, कृष उठाते हुए; Aage Badho Mere Priyo, Krush Uthate Hue;

आयेज बढ़ो मेरे प्रियो, कृष उठाते हुए;
दुख हो या गम बढ़ते चलो (2)
धीरज के साथ सहते हुए (2)

आत्मिक हथियार धर्न कर के,
युद्ध करो योद्धा बनके (2)
तोड़ डालोगे यृहो की दीवार (2)
जे पाओगे ललकार के साथ

सेवा करो प्रभु के लिए,
सामना करो प्रभु के लिए (2)
तोड़ डालो तुम शैतान के तिरो को (2)
धार्मिकता की जिलम पहन के

याद करो उन जीवनो को,
येशू के लिए बलिदान हुए (2)
पाओ तुम जीवन के मुकुट को (2)
स्वर्ग मे जो तुम गाते हुए


Aage Badho Mere Priyo, Krush Uthate Hue;
Dukh Ho Ya Gam Badhte Chalo (2)
Dhiraj Ke Sath Sahte Hue (2)

Aatmik Hathiyar Dharn Kar Ke,
Yuddh Karo Yoddha Banke (2)
Tod Daloge Yariho Ki Divar (2)
Jay Paoge Lalkar Ke Sath

Sewa Karo Prabhu Ke Liye,
Samna Karo Prabhu Ke Liye (2)
Tod Dalo Tum Shaitan Ke Tiro Ko (2)
Dharmikta Ki Jilam Pahan Ke

Yaad Karo Un Jivano Ko,
Yeshu Ke Liye Balidan Hue (2)
Pao Tum Jivan Ke Mukut Ko (2)
Swarg Me Jo Tum Gaate Hue

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