आ पवितरा आत्मा तू आजा
आ मैं प्रार्थना करूँ
आ अपनी शक्ति में आजा
आ अपनी नम्रता में आ
ज्ञान अपने बाकचों को दे दे
अंधों की रोशनी तू बन
निर्बल को शक्ति तू दे दे
ले मेरी आत्मा टन मॅन
सूखे में चश्मा बहा दे
मुरझाए मान में तू आ
आ अपने सामरथ में आजा
चूले संपूर्ण बना
आ पवितरा आत्मा तू आजा
Aa pavitra aatma tu aaja
Aa main prarthna karoon
Aa apni shakti mein aaja
Aa apni namrata mein aa
Gyan apne bacchon ko de de
Andhon ki roshni tu ban
Nirbal ko shakti tu de de
Le meri aatma tan mann
Sukhe mein chashma baha de
Murjhaye man mein tu aa
Aa apne saamarth mein aaja
Choole sampoorn bana