तू पवित्र-पवित्र है – 2
तू पवित्र-पवित्र है – 2
तू सच्चा है प्रभु तू झूठा नहीं है।
तू पवित्र-पवित्र है – 2
1 तू सामर्थी है, योग्य है,
तू स्वर्गो के स्वर्ग में है।
तू सच्चा है प्रभू तू झूठा नहीं है।
तू पवित्र-पवित्र है – 2
2 तू करूँणा निदान है प्रभु,
तू अत्यन्त महान है प्रभु।
तू सच्चा हे प्रभु तू झूठा नहीं है।
तू पवित्र-पवित्र है – 2
3 तू अधर्मो को क्षमा करता है,
सारे रोगों को चंगा करता है।
तू सच्चा है प्रभु तू झूठा नही है।
तू पवित्र-पवित्र है – 2
Tu pavitr-pavitr hai – 2
tu pavitr-pavitr hai – 2
tu sachchaa hai prabhu tu jhuthaa nhin hai।
tu pavitr-pavitr hai – 2
1 Tu saamarthi hai, yogy hai,
tu svargo ke svarg men hai।
tu sachchaa hai prbhu tu jhuthaa nhin hai।
tu pavitr-pavitr hai – 2
2 tu krunnaa nidaan hai prabhu,
tu atyant amhaan hai prabhu।
tu sachchaa he prabhu tu jhuthaa nhin hai।
tu pavitr-pavitr hai – 2
3 tu adharmo ko kshmaa kartaa hai,
saare rogon ko changaa kartaa hai।
tu sachchaa hai prabhu tu jhuthaa nhi hai।
tu pavitr-pavitr hai – 2