Tag: उपकार की भेंटें अपनी Upkaar ki bhentein apni

  • उपकार की भेंटें अपनी Upkaar ki bhentein apni

    उपकार की भेंटें अपनी उपकार की भेंटें अपनी – 2प्रभु को चढ़ाना है – 2 जो भी हमारा, प्रभु का सारा,जिसका उसको देना है – 2भण्डारी हम प्रभु के जग मेंदसवाँ ही लौटाना है,प्रभु को चढ़ाना है, उपकार… ख्रीस्त प्रभु ने स्वर्ग को त्यागा,हमको प्रेम दिखाना है,हिस्सा दो प्रभु को, जो कुछ होनिज भेंटें भी…