येशू द्वार अगर खोलेगा Yeshu Dwar gar kholega

येशू द्वार अगर खोलेगा
कोई ना उसे बन्द करेगा
येशू द्वार जो बन्द करेगा
कोई ना उसे खोल पायेगा (2)

खुल जायेगा, द्वार खुल जायेगा
मेरे लिये वो द्वार खुल जायेगा
बन्द करेगा द्वार बन्द करेगा
बैरियो के द्वार वो बंद करेगा (2)

  1. शत्रु एक मर्ग से आयेगा
    वो चारो तरफ से बिखर जायेगा
    मन के दुख भरे उन शनो में
    अपनी कृपा से मुझे देखेगा (x2)
  2. पीतल के द्वार को थोड डालेगा
    उँची भूमि को संतल करेगा
    यरीहो के घड और यरदन को
    एक-एक करके वो हटायेगा (x2)

येशू जब एक वचन बोलेगा
कोई ना उससे नक्कार पायेगा
येशू जब छुटकारा देगा
कोई ना उसे रोक पायेगा (x2)


Yeshu dwar gar kholega
Koi na usey band karega
Yeshu dwar jo band karega
Koi na usey khol payega

1 Khul jayega, dwar khul jayega
Mere liye wo dwar khul jayega
Band karega ,dwar wo band karega
Bairiyo ke dwar woh band karega

2 Shatru ek marg se ayega
charo taraf se bikhar jayega
Mann ke dukhbhare un shaNon meh
Apni kripa se mujhe dhakega

3 PeeTal ke dwaro ko nasht karega
Unchi bhumi (ko) samtal karega
Yariho ke ghad aur yardan ko
Ek-ek kareke woh hatayega